Video Transcription
अरे तुम लोग आ गए? मैं तुम लोगों का ही इंतज़ाद कर रही हूँ।
क्योंकि मुझे पढ़ा था आज मुझें दो से चार होने मिलें।
तो वो गाईज, परेश पर पर्टी थे।
अरे हैं, कब से इंतज़ाद कर रहे हूँ थी इतना हाँ ने कैसे वेच।
आजा आजा वो पर पर्टी थे।
अरे तुम लोग आ गए? मैं तुम लोगों का ही इंतज़ाद कर रही हूँ।
क्योंकि मुझे पढ़ा था आज मुझें दो से चार होने मिलें।
तो वो गाईज, परेश पर पर्टी थे।
अरे हैं, कब से इंतज़ाद कर रहे हूँ थी इतना हाँ ने कैसे वेच।
आजा आजा वो पर पर्टी थे।